न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे,
न ही किसी कविता के,
और न किसी कहानी या लेख को मै जानती,
बस जब भी और जो भी दिल मे आता है,
लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Sunday, April 27, 2014
स्वागतम शुभस्वागतम......
11/04/2014 ,शुक्रवार,एकादशी को आई ,नानी की बेटी का स्वागत है....(नाम जल्दी ही बताया जाएगा )..:-D
माँ पल्लवी और पिता निलेश को बहुत बधाई व शुभकामनाएं......
आप सब भी अपना आशीष दें ......
9 comments:
स्वागतम! Blessings!
शुभाशीष !
ढेर ढेर प्यार....मन भर आशीष......
नाम का मतलब नानी को अब तक पता नहीं चला क्या :-)
माँ बाप को भी बधाई....
नानी तो दीवानी भयी :-)
अनु
मेरी ओर से सुवर्णा को असीम स्नेह
आ शीष पर हाथ फेरकर आशीष दूँ तुझे.. दीर्घायु हो!!
देख कर ही अभिभूत हूँ - पधारो ,आनन्दमयी !गोद में ले लूँ तुम्हें !
असीम स्नेह
सालभर में तो धरती अम्बर नाप लिये नानी की बेटी ने .ढेर सारा प्यार .
सालभर में तो धरती अम्बर नाप लिये नानी की बेटी ने .ढेर सारा प्यार .
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