Friday, June 26, 2009

एक कम पच्चीस ----गिनो तो जरा -----

कम से कम वे सब पढें जिनके नाम या लिंक है इसमें --------बहुत मेहनत की है मैंने जाया करें प्लीज ------ -----फ़िर से वही----

2 comments:

Himanshu Pandey said...

हमने पढ़ा, और खूब मन से पढ़ा । पढ़ने के लिये यह जरूरी तो नहीं कि लिंक हो ही । समस्या यही थी कि फ़ीड ही नहीं मिल रही थी । यह तो ब्लॉगवाणी से पता चला इस पोस्ट का । धन्यवाद ।

Unknown said...

waah
waah !