24 की शाम को डिनर हुआ"राजधानी" में ,
फिर 25 को सुबह उठते ही फोन टटोला-मायरा का ऑडियो संदेश था-हैप्पी बड्डे नानी,लव यूऊऊऊ...😊पुच्ची!!फिर स्कूल के लिए रेडी होकर स्टॉप से वीडियो चैट में बधाई दी...👌
"जय श्री कृष्ण"करने के साथ नेहा-वत्सल ने बधाई दी,
फिर माँ को फोन लगाया-मझली भाभी ने उठाया और बधाई देते सबसे पहले बोली-माँ सुबह से याद कर रही हैं,सबको बताया कि आज अर्चना का जन्मदिन है,हमने सोचा कि जरूरी काम निबटा कर आपसे बात करते है,और आपका ही फोन आ गया में देती हूँ सबको फोन और बारी बारी घर मे सबने बधाई संदेश दिया...
माँ ने जीवन का बेस्ट संदेश दिया- "मेरा आज बहुत खुशी का दिन है,आज तेरा जन्म हुआ था",मेरी ढेर सारी शुभकामना!!
दिन में "वीर जी" ढाई बजे के करीब घर आये,3 घंटे गपशप की,पोहे,सेवैंया की खीर बनाकर खाई,फिर साढ़े 5 बजे "विवेक रस्तोगी" जी के यहाँ गए,वहाँ फिर पोहे और अन्य नाश्ता किया 8 बजे तक खूब गपशप हुई,विवेक जी की पत्नी जी भी शामिल हुई गपशप में,फिर वीर जी ने विदा ली,विवेक जी सपत्नीक मुझे छोड़ने मेरे घर आये,नेहा से मिलकर वापस लौटे,
वत्सल के आने पर नेहा ने बाहर बिरयानी खाने की ईच्छा जताई,हम सब गए ,लेकिन वहाँ मेरे मामा का बेटा-बहू अचानक केक लेकर आए, सरप्राइज़ नेहा के साथ मिलकर प्लान हुआ था....👌
मायरा और बेटी-दामाद को खूब मिस किया ....👌इस बीच सबका इतना स्नेह मिला कि फूली नहीं समां रही अभी तक 😊😊😊😊
बीच-बीच में परिजनों से फोन पर बधाई मिलती रही...एक सरप्राईज फोन भी मिला "ब्लॉगर प्रियंका गुप्ता जी का ...पहली बार बात हुई फोन पर उनसे....🎂
अब तक संदेश मिल रहे हैं,सोशल मीडिया पर रिटर्न धन्यवाद भी सबको नहीं दे पाई हूँ अभी....
ग्रुप "गाओ गुनगुनाओ शौक से"पर ढेर सारे स्नेहयुक्त संदेशों के साथ 1961 की फिल्मों के गीत गाये गए......