न गज़ल के बारे में कुछ पता है मुझे, न ही किसी कविता के, और न किसी कहानी या लेख को मै जानती, बस जब भी और जो भी दिल मे आता है, लिख देती हूँ "मेरे मन की"
Friday, December 13, 2019
अदरक ,तुलसी वाली चाय
Monday, November 25, 2019
Monday, November 4, 2019
वो छोटा लड़का
Wednesday, October 30, 2019
सुबह 6 बजे की चाय
Wednesday, October 23, 2019
एक बूंद अमृत की
Monday, June 24, 2019
आईये मेहरबान ...
बहुत दिनों से ब्लॉग पर कुछ नहीं लिखा....
ऐसा नहीं है कि लिखने को कुछ नहीं बल्कि लिखने को बहुत कुछ ऐसा है कि हाथ कलम तो उठाते हैं पर मन का नरम कोना जाने दो यार कहके रोक देता है ....कुछ कड़वी बातें बाहर न आये और लेखनी अपने सरल रास्ते से न भटके इसलिए ठहराव जरूरी लगता है मेरे लिए मुझे लेकिन आप सबको आज से फिर ब्लॉग बुलेटिन ब्लॉग लेखन की ओर ले जाने के लिए प्रयासरत हुआ है,तो सोचिए मत आईए और लिखिए ब्लॉग पर अपने और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए ....
Thursday, September 13, 2018
भगवान जी से प्रेयर मायरा की
मायरा -मम्मी आज मेरी मेडम ने कुछ लिख के दिया है, मेरे स्कूल में ग्रेंड पेरेंट्स डे है (चहकते हुए) सब बच्चों को अपने दादा,दादी,नाना,नानी के ही साथ स्कूल में आना है,पापा-मम्मी नहीं आ सकते उस दिन...
मायरा की माँ-अच्छा! मैं मेडम से बात कर लूँगी (ये सोचते हुए कि मायरा को क्या समझाना है)
अगले दिन टीचर से बात करने पर पता चला कि हां,सिर्फ दादा-दादी या नाना -नानी ही आ सकते हैं। ये बताने पर कि उसकी नानी अभी यहां नहीं है,टीचर कहती है-एक दिन के लिए बुला लीजिये (जो पॉसिबल नहीं है अभी)
इन दिनों मैं यहाँ परियों की देखभाल में व्यस्त हूँ...
दूसरे दिन मायरा की मम्मी मायरा को समझाते हुए-बेटा देखो !आपके साथ न मौसी दादी और मौसा दादाजी आएंगे स्कूल में,आपको कोई पूछे तो कहना कि आपके दादा-दादी और नानू आपको ऊपर से देख रहे हैं ,भगवान जी के पास से,और आपकी नानी आपकी दो-दो छोटी सिस्टर्स के पास उनको संभालने के लिए गई है ,अभी आ नहीं सकती ...
मायरा-मम्मी अपन भगवान जी से बोल देते हैं कि थोड़ी देर के लिए दादा-दादी को भेज देंगे, अपन प्रेयर करते हैं,मैं तो उनसे मिली भी नहीं हूँ😢
माँ के साथ पापा की आँखें भी नम हो आई😢...
अगले दिन मौसी दादी और मौसा दादा सारे काम कैंसल कर मायरा के स्कूल में थे ,मायरा ने पुराने गीतों पर परफॉर्मेंस दिया ...
मायरा प्यारी बच्ची ,बहुत समझदार दीदी बन गई हो,जब बड़ी हो जाओगी तो जानोगी तुम्हारे साथ सबसे ज्यादा दादा-दादी और नाना-नानी हैं और सबकी शुभकामनाएं भी ढेर सारी और सबके स्नेह भरे आशीष भी ढेर सारे ..
तो आओ मायरा पर स्नेहाशीष की बौछार कर बताएँ जरा 👍