Sunday, December 6, 2015

ये बहुत आसान लगा मुझे -आप भी कर सकते है --किजीये कुछ नया---हर दिन...

एक प्रयोग ये भी ---पहली बार किया है ,तकनिकी जानकारी बढने के बाद सुधार की गुंजाईश है.....अभी ये चलेगा न.....

14 comments:

संजय कुमार चौरसिया said...

" Maa sharda "

geet bahut sundar aur aawaj ka to koi jabab hi nahin hai

प्रवीण पाण्डेय said...

बहुत सुन्दर प्रयोग और मधुर सुर। प्रयोग चलता रहे।

ZEAL said...

बेहतरीन प्रयोग। सुमधुर संगीत के लिए आभार।

Manish Kumar said...

बेहतरीन सुन कर मन शांत हो गया !

M VERMA said...

बहुत सुन्दर
आपका स्वर तो सुना था आज स्वर के साथ आपको भी देखा. अच्छा लगा

राजीव तनेजा said...

सुन्दर गीत...बढ़िया प्रयोग

बाल भवन जबलपुर said...

जारी रहे
http://bambuser.com/channel/girishbillore/broadcast/1218894

Smart Indian said...

अभिनव प्रयोग। क्या आप "रिश्तों में दरार" अपनी आवाज़ में पढकर भेज सकती हैं?

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

माँ सरस्वती को श्रद्धा से नमन करता हूँ!
--
आपने वन्दना को बहुत ही मधुर स्वर में गाया है!

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...

आदरणीया अर्चना जी
प्रणाम !

हम साहित्यकारों , कलाकारों को मां सरस्वती के नाम स्मरण और वंदना में सच्चा सुख मिलता है , इसमें तो कोई संशय ही नहीं …
लेकिन आपको हे शारदे मां … गाते हुए देखना-सुनना और भी सुखकर लगा ।
पहली बार आपके दर्शन का सौभाग्य मिला , पुनः प्रणाम स्वीकारें ।

सादर शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार

फ़िरदौस ख़ान said...

मां सरस्वती को नमन...
आपने वन्दना को बहुत ही मधुर स्वर में गाया है...शुभकामनाएं...

महेन्‍द्र वर्मा said...

बहुत अच्छा प्रयोग। वंदना सुनकर मन को शांति मिली।

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

माँ शारदे का आशीष लेकर आपने जो नया प्रयोग किया वह सराहनीय है.. आपकी आवाज़ के कायल तो हम हैं ही!!

Archana Chaoji said...

आभार.. आप सभी का....वैसे एक बात बता दूँ मेरी बेटी बहुत हँसी है इसे देखकर...कहती है कुछ भी करते हो...कैसे तो दिख रहे हो ...हा हा हा

पर इससे क्या?...जैसे है,वैसे ही तो दिखेंगे कोई TRP थोड़ी बढ़ानी है...ब्लॉग की.....