Tuesday, June 22, 2010

आपकी पसंद ..........................................भी हो सकती है ......

आदरणीय उन्मुक्त जी की पसंद का गीत ...............कभी उनके कहने पर गाकर मेल किया था उन्हें ....................आज वही आप सबको भी सुना देती हूँ .......................एक बात और .........बताना चाहती हूँ ........उन्मुक्त जी के प्रोत्साहन के बगैर मेरे लिए गा पाना असंभव था ...........................तो उनका शुक्रिया भी अदा करना चाहती हूँ.........................


 

4 comments:

अन्तर सोहिल said...

बहुत सुन्दर आवाज में, बहुत सुन्दर गीत
धन्यवाद
आवाज बहुत धीमी है जी

प्रणाम स्वीकार करें

राज भाटिय़ा said...

बहुत सुन्दर
धन्यवाद

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

गीत और गायिका का स्वर बहुत सुन्दर है!
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अर्चना चावजी को बधाई!

उन्मुक्त said...

कभी कभी मन उदास होता है। आज इसे पुनः सुना फिर जोश भर आया। अच्छा लगा।

इसे करॉके साथ गायें और अच्छा लगेगा।