Tuesday, June 8, 2010

बस!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!............................इतनी -सी बात है...................................

एक व्यक्ति दूसरे से -----"आपने इतना अदब कहाँ से पाया?"
दूसरे ने जबाब दिया-----"बेअदबों से।"
पूछने वाला असमंजस में पड गया।.......उसने कहा-- "यह कैसे?.....भला उनसे कोई क्या सीख सकता है ?"
मुस्कराते हुए दूसरे से उत्तर मिला-----"इसमें हैरान होने की क्या बात है ?मैने उनमें जो बुरी बात देखी,उससे अपने -आपको दूर रखा,...........बस!!!!!!...........इतनी -सी बात है -----------
सीखने वाला तो खेल-कूद से भी सीख लेता है पर..........जिसे न सीखना हो वो सौ पाठ पढने के बाद भी कुछ नही पा सकता ....

10 comments:

माधव( Madhav) said...

learning is a never ending process

दीपक 'मशाल' said...

चलिए मैं भी सीखने की कोशिश करूंगा इससे..

दीपक 'मशाल' said...

चलिए मैं भी सीखने की कोशिश करूंगा इससे..

विजयप्रकाश said...

एक अच्छी एवं प्रेरक लघुकथा

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

प्रेरक.....सटीक बात कही है

मीनाक्षी said...

यह प्रेरक किस्सा लुक़मान हक़ीम का है...

दिगम्बर नासवा said...

गहरी सीख दे दी आपने इतनी ही बात में ...

Archana Chaoji said...

@मीनाक्षी जी जानकारी के लिए धन्यवाद.........

दिलीप said...

badhiya sikhaya...yaad rakhunga...

संजय भास्‍कर said...

सटीक बात कही है