Wednesday, September 1, 2010

अबूझ पहेली - बुझो तो जानू ........आज भी पुरानी पोस्ट बस यूं ही माइंड फ्रेश ....

आज मैं कुछ लिखना चाहती हूँ , पर हाथ नहीं चल रहे,
आज मै कुछ दूर चलना चाह्ती हूँ पर , पाँव नहीं उठ रहे ,
आज मैं कुछ कहना चाह्ती हूँ पर ,होंठ नहीं खुल रहे ,
थक चुकी हूँ कहते -सुनते---" जो होता है अच्छे के लिए होता है ",
पर--वो होता ही क्यों है ? , जो अच्छा नहीं होता ! ,------

कोई लिखता है , कोई पढता है , कोई खाता है , कोई पीता है ,
कोई आता है , कोई जाता है , कोई जीता है ,कोई मरता है ,
कोई हँसता है , कोई रोता है , कोई गाता है ,कोई बजाता है ,
कोई खोता है , कोई पाता है , कोई जागता है, कोई सोता है ,
कोई उठता है , कोई बैठता है, कोई कहता है , कोई सुनता है ,
कोई देखता है , कोई बोलता है , कोई समझता है , कोई बूझता है ,----
----------------??????
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----उफ़फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ,
अजीब पहेली है ये दिमाग को घुमा के रख दिया क्या आप बतायेंगे ???-----

" जो जीता है --- वो खाता है --- जो खाता है --- वो पीता है --- जो पीता है --- वो मरता है --- यानि कि जो जीता है --- वो मरता है --- अब जो मरता है --- वो जाता है --- जो जाता है --- वो आता है --- जो आता है --- वो पाता है --- जो पाता है --- वो खोता है --- जो खोता है --- वो रोता है --- यानि कि जो मरता है --- वो रोता है --- अब जो रोता है --- वो हँसता है --- जो हँसता है --- वो गाता है --- जो गाता है --- वो बजाता है --- जो बजाता है --- वो सुनता है --- जो सुनता है --- वो बोलता है --- यानि कि जो रोता है --- वो बोलता है ---- अब जो बोलता है --- वो खोलता है --- जो खोलता है--- वो ढोलता है --- जो ढोलता है --- वो रखता है --- यानि कि जो बोलता है --- वों रखता है --- जो रखता है --- वो देता है --- जो देता है --- वो लेता है --- जो लेता है --- वो बाँटता है --- जो बाँटता है --- वो पाता है--- यानि कि जो रखता है --- वो पाता है --- जो पाता है --- वो दिखता है --- जो देखता है --- वो लिखता है --- जो लिखता है --- वो फ़ंसता है --- जो फ़ंसता है --- वो देता है --- यानि कि जो पाता है वो देता है --- अब जो देता है --- वो बचता है --- जो बचता है --- वो बोलता है --- जो बोलता है --- वो छपता है --- जो छपता है --- वो छन जाता है --- जो छन जाता है --- वो दिखता है --- जो दिखता है --- वो बदल जाता है --- यानि कि जो बचता है --- वो बदल जाता है --- अब जो बदल जाता है --- वो संभल जाता है --- जो संभल जाता है --- वो चलता है --- जो चलता है --- वो थकता है --- जो थकता है --- वो रुकता है --- जो रुकता है --- वो झुकता है --- जो झुकता है --- वो मानता है --- जो मानता है --- वो जानता है --- जो जानता है --- वो ज्ञाता है --- जो ज्ञाता है --- वो त्राता है --- यानि कि जो बदल जाता है --- वो त्राता है --- अब जो त्राता है --- वो माता है --- जो माता है --- तो भ्राता है--------------शायद इसीलिए --- ऐसे ही ये सब होता रहता है !!!!!!!!!!!!!!!!!!! --- ---------- जो---------------!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!




मेरी इस  पोस्ट पर कुल दो टिप्पणिया मिली थी |पोस्ट ही ऐसी थी |मुझे पता था कोई भी पढेगा तो घूम जाएगा शायद शीर्षक देखकर ही चकरा गया |फिर मैंने इसे अब थोड़ा आसान कर दिया ....दूसरी पोस्ट में ....


पहले जो शब्द मै लिख रही हू उनको ध्यान से पढ़ कर दिमाग में बैठा लीजिये | शुरू करू ?------
ये रही लिस्ट ------
जन्म ,म्रत्यु , पुनर्जन्म , खाना , शराब , नेता ,चोरी , रिश्वत , पुलिस , बयान , ख़बर ,
 चेनल , पैसा , मैडम , राहुल-------- (अब इन जैसे कई शब्दों की लिस्ट हो सकती है कुछ आपकी तरफ़ से भी) ------हो जाए----
ये क्रम में नही जमे है जहां मर्जी हो पढें ( मतलब --क्या ,कौन ,कैसे ,किससे , कहां )-----------समझे ???????? --- हा हा हा --------!!!!!!!!!!!!!!!



अब पुराने कमेंट्स भी पढ़ने हो तो यहाँ जाए ......

पहेली 
हल 













13 comments:

Udan Tashtari said...

आज फिर घूम गये...:)

प्रवीण पाण्डेय said...

आपका तो एक एक शब्द पहेली है पर पहेली जैसी भी हो, साहित्यिक है।

राज भाटिय़ा said...

यह तो जीवन है जी, हम सब का, जिसे जिन्दगी कह ले, या कुछ भी कह ले.

संजय भास्‍कर said...

sunder geet

संजय भास्‍कर said...

वाह!!!वाह!!! क्या कहने,

Parul kanani said...

main bhi ghanchakkar ho gayi :)

संजय कुमार चौरसिया said...

bahut khoob 2-4 baar padhe to chakkar aajayen

राजीव तनेजा said...

अरे!...बाप रे...दिमाग घूम गया रे मेरा...

Anonymous said...

कहाँ घुमा दिया ये आपने...

अविनाश वाचस्पति said...

यही तो मन है
जो सबके मन है
कुछ कर लेते हैं व्‍यवस्थित
कुछके मन में जो रहता है स्थित
वही बाहर आता है
मुझे तो अव्‍यवस्थित ही सदा भाता है
वही तो भ्राता है
जो घूम गए हैं
वे बेमने हैं क्‍या
झांक कर देखें
आंक कर देखें
कुछ अलग नहीं
सब मन है
सबका मन है।

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

:)

ANULATA RAJ NAIR said...

ता ता थैया करा दिया दी.......
:-)

सादर
अनु

Akash Mishra said...

good morning हो गयी ये तो :)

सादर